तुमसे ही खुशियाँ तमाम है। तुमपे मेरी जाँ भी निसार है। मेरे रंगरूप के दीवाने है सभी। मेरे सुंदरता की बस तूही राज़ है। तेरे साथ से रंगीन है जिंदगानी मेरी। मुझे तेरे सँग ख़ुश देख जलता समाज है। तेरे मेरे इश्क़ पे हर रोज़ होता बवाल है। तू चाहता क्यूँ मुझे बस इतना ही सवाल है? तूही एकमात्र वज़ह है मेरे जिंदा रहने की..! वरना मुझे तार-तार करने की साज़िश सरेआम है।! ♥️ Challenge-706 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।