क्यो बदलू मैं खुद को मेरे अंदर बसे मेरे रब को मेरे बालो को मेरे तुम्हारे लिए जायज़ सवालो को मेरे हाल मेरे सोच मेरे पहनावे को मैं कहा रहा इन सब बदलावो में क्या ढूंढ रही हो मुझे मेरे अंदर अपने राजदारो को ©Viaan.ki.poetry #Mic Amaanat Akash shri vastav Shrawan Bhargav preety gop Sunil Gupta faizal khan