शब ए दराज़ का किस्सा है जिंदगी मेरी हो जाते है गुम उजालों में चराग मेरे.. झुलस जाती है ये उंगलियां तारे गिन गिन दामन ए शब के होते नहीं सवेरे..!! #लाइफalone #emptiness #lonliness #molika शब ए दराज ; जुदाई की रात दामन ए शब; रात का आखिरी हिस्सा