वो ख़ामोश हो कर तेरे सितम सहती रही , तुमको उससे क्या? वो आंखों से सब जताती रही, आंसूओं में सब कुछ बहाती रही ,तुमको उससे क्या? सहम उठती है अकेले उसकी रूह कुछ कदम चलने में, वो नज़रें झुकाए चलती रही तुमको उससे क्या? आज़ाद हो कर भी उसकी आज़ादी छिन गई, खुद के अरमानों को दिल में दफन कर गई ,तुमको उससे क्या? तुमको उससे क्या #nojoto #lachari#bebas#khamosh#sharminda