मैं नन्हा सा एक परिंदा ख्वाबों में ज़िंदा हूं मंजिल को पाने की खातिर अथक निरंतर उड़ता हूं इन नन्ही - नन्ही आंखों में जो मैंने सपना पाला है मिल जाए वो सबकुछ जो मैंने चाहा है बस सपने पूरे हो जाए मेरे दिन रात एक करता हूं असफलताओं के थपेड़ों से मैं नहीं डरता हूं मैं नन्हा सा एक परिंदा ख़्वाबों में जिंदा हूं ख़्वाबों में जिंदा हूं मैं नन्हा सा एक परिंदा ख्वाबों में ज़िंदा हूं मंजिल को पाने की खातिर अथक निरंतर उड़ता हूं इन नन्ही - नन्ही आंखों में जो मैंने सपना पाला है मिल जाए वो सबकुछ जो मैंने चाहा है