खुद पर भरोसा हमें कभी किसी की बातों पर गुस्सा तो बहुत है आता, फिर भी अपना गुस्सा हम पी लेते है। यह जिंदगी है जनाब, यहां कौन किसको इज्जत देता है, इसी तरह सब अपनी जिंदगी जी लेते है।। कभी गुस्सा पी कर तो कभी बेइज्जत हो कर भी मुसकुराना है पड़ता । यही दस्तूर है साहब.. नहीं तो यूं जिंदगी काटने का किसका दिल है करता ।। मज़ाक के नाम पर अपने शब्दो के तीखे जहरीले बाण चलाते है। यह दुनिया के लोग है जनाब, कहा किसी की मजबूरी समझ पाते है।। यहां मत रख उम्मीद किसी से, उम्मीद ही दुखों का कारण है। खुद पर भरोसा रख और आगे बढ़ता जा क्यों की तेरा खुद पर भरोसा ही तेरे दुखों का निवारण है।। Vasudha Uttam #khudparbharosa #findingyourself Ruchika