मंजिल दूर नहीं रास्तें हम खुद ही भटक जाते हैं, करके काम बुरा माँ बाप की नजरों मे भी खटक जाते हैं, नशा बुरी बीमारी है फिर भी पी रहे हैं, लानत है ऐसी जिंदगी पर जो हम जी रहे हैं। Writer :- Rahul Panwar #yesboss