आईना देख आज खुद हुम् भरमा गए अनजान अपना रूप देख जल्ला गए। कहते हैं आईना सच्चाई दिखता हैं। आज हम खुद पे गुमान खा गए। आईने को जुठ बोलना सीखा गए। खुदकी की चालाकी पे आज हम खुद ही चौंक गए। निभाने झमाने के दस्तूर आज हम खुदको ही गवा बैठे। हसना तो भूल ही चुके थे, आज आईने को भी झूथा बना गए। सच के साथी को जुठ का सौदागर बना बैठे। आज हम आईने को जुठ बोलना सीखा बेठे। #shabdbindu -chintan shastri aaine ko juth sikha bethe #shabdbindu