ज़िन्दगी भर चलते-चलते अपने गुनाहों का पन्ना जब पलटा तो बेहद अफसोस हुआ क्यों नहीं इसे वक़्त पर हमनें सलटा गुरूर दफ़न न की नफ़रतों को कफ़न ना दी करता रहा ग़लती पश्चातापों से पहले, काश मेरे सोच में भी 'इन्सानियत' पलती ©अनुषी का पिटारा.. #पश्चाताप #अनुषी_का_पिटारा