Nojoto: Largest Storytelling Platform

देश भर के राशन का जो इन्तजाम करता है... संकट की घड

देश भर के राशन का
जो इन्तजाम करता है...
संकट की घड़ी में क्यों
दो वक्त की रोटी को तरसता है ॽ

जले होंगे जो पांव धूप में..
किसी दरख्त की छांव तले
तुम्हारे आशियाँ को निहारा होगा।
फिर उठा के अपनी  पोटली
अपनी कारीगरी पे सवाल उठाया होगा ।

छोड़कर चंद पैसे पटरी पर
वो दीनता तुम्हारी दिखा गए...
अपने किस्मत की लाचारी नहीं
हुक्मरानों के पैरों की  बैसाखी दिखा गए।
-MADHVI #Hindi #HindiPoem #NoJo£o ##nojoto
देश भर के राशन का
जो इन्तजाम करता है...
संकट की घड़ी में क्यों
दो वक्त की रोटी को तरसता है ॽ

जले होंगे जो पांव धूप में..
किसी दरख्त की छांव तले
तुम्हारे आशियाँ को निहारा होगा।
फिर उठा के अपनी  पोटली
अपनी कारीगरी पे सवाल उठाया होगा ।

छोड़कर चंद पैसे पटरी पर
वो दीनता तुम्हारी दिखा गए...
अपने किस्मत की लाचारी नहीं
हुक्मरानों के पैरों की  बैसाखी दिखा गए।
-MADHVI #Hindi #HindiPoem #NoJo£o ##nojoto