फुर्सत मिले कभी तो, मिले कभी फुर्सत तुमको....., तो यादों में मेरे आ जाना। मन की बगीया में यादों के तेरे जो फुल खिले, उसे जज्बातों से सिंचीत कर जाना। निरस सा मेरे जीवन में, कुछ खुशीयों के रंग तू भर देना। अंधकारमय इस जीवन में, उम्मीदों के दीप जला देना। जब ख्वाहिश मेरी ना जान सको, बस एक बार मुस्कुरा लेना। 🖊 अभिषेक तिवारी #अगर_मिले_कभी_फुर्सत_तुमको