नवरात्रि के सप्तम दिवस मां भवानी के सातवें रूप मां कालरात्रि की पूजा की जाती है। सप्तमी तिथि होती अति शुभ फलदाई इसलिए मां कालरात्रि शुभंकरी भी कहीं जाती हैं त्रिनेत्रों वाली देवी मां दुष्टों का विनाश करने के कारण ही मां कालरात्रि कही जाती हैं। चतुर्भुजी, श्याम वर्णी विशाल केशों को फैलाए समस्त अंग बिजली के समान तेजवान हैं। काल के मुंह से बचाने वाली, दुष्टों की संहार करने वाली मां महाचंडी का अवतार हैं। खड्ग और खप्पर धारण करने वाली, दुष्टों का लहू चखने वाली का कलकत्ता स्थान है। रक्तदंता है, अन्नपूर्णा है, दु:खहारी, भयहारी, चिंताहारी और समस्त कष्टों को मिटाने वाली हैं। काली, महाकाली, भद्रकाली, भैरवी, रुद्राणी, चामुंडा, और दुर्गा के विनाशकारी रूपों में से एक हैं। मां कालरात्रि को ध्याने से राक्षस, भूत, प्रेत, पिशाच और सभी नकारात्मक उर्जाओं का नाश होता है। मां कालरात्रि को ध्याने वाले को ज्ञान, शक्ति, धन, सिद्धियां मिलती और पापों विघ्नों का नाश होता है #yqbaba #yqdidi #myquote #openforcollab #collabwithmitali #नवदुर्गा_के_नौ_स्वरूप #maa_kalratri_namah Time limit till 11:59 pm tonight... No word limit You have to maintain these hashtags Kindly keep the bell icon on to get recent updates... Results will be out tomorrow along with new topic...