जो सत्य के रथ पर सवार हो जो राधे श्याम का मिलाप हो एक संत का जो अवतार हो वो भला कैसे एक इंसान हो हनुमान के जैसी भक्ति जिसकी किया तन मन धन गुरु को अर्पित जिसने हर पल खुश किया जन मानव को वो भला कैसे एक इंसान हो जिसका जीवन पूरा समर्पित हो जुबान और कर्मों से जिया जो ज्ञान को हर अवस्था में गुरु पर विश्वास हो वो भला कैसे एक इंसान हो संत कबीरा जैसे किया शब्दों से प्रचार रिझाया भुलया जैसे गुरु को हर बार सीमित ना हो पाया एक जिस्म यह किरदार हुआ फरिश्ता आकार से निराकार -- अबीर ©Abeer Rev.Radheshyam Satyarthi ji #Drops