आओ ले चले इश्क...! .......को वहां तक, जहां फिर से कोई...!! ...कहानी बने, जहां फिर कोई बुल्लेशाह...!!! .......नज़्म पढ़ें, फिर कोई "मीरा"......!!!! .......दिवानी बने! ©Ramesh Chandra Anupam #मुहब्बत_की_बातें #