यहां लोग हमे सिर्फ उनते तक ही याद रखते है, जहां तक उनको हमारी जरूरत महसूस होती है, और हम बस यही सोचते रह जाते है की हम किसी के काम तो आ रहे है, इसी सादगी का ही तो लोग फायदा उठा लेते है, लेकिन मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता क्योंकि, जितने की जरूरत है लोगों ने तो बस मुझे उतना ही पहचाना है, पर इन सबसे हटकर मेरी भी एक अलग दुनिया है, लोगों के बीच में तो सभी दोहरे चेहरे लेकर मिलते है, एक चेहरा दिख जाता है तो एक छिप जाता है, कहते है न first impression is the last impression. इसी की वजह से तो हम किसी की नजर में बुरे है,तो क्या हम आज भी उनके के लिए बुरा बनने की कोशिश कर ही रहे है, ताकि उन्होंने जो हमे समझा है वो उनके लिए सही ही रहे वो जब भी हमसे मिले हम बुरे ही रहेंगे उनके लिए..!! ©Bablu Sahu #my_life_my_thoughts #BookLife