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जब तुम हमसे मिले थे कितने मासूम से वो सिलसिले थे

जब तुम हमसे मिले थे 
कितने मासूम से वो सिलसिले थे 
याद होगा तुमको भी की नजर झुकी थी दोनो की 
धड़के थे दिल जोर से और बरसे थे बदल टूट के 
याद है वो दिन जब तुम हमसे मिले थे 
ढलते हुए दिन की भीगी सी शाम थी 
जब धूप छू रही थी तुझे और बूंदे परेशान थी
याद है वो दिन जब...

©Nilesh Thomare yaad hai wo din
जब तुम हमसे मिले थे 
कितने मासूम से वो सिलसिले थे 
याद होगा तुमको भी की नजर झुकी थी दोनो की 
धड़के थे दिल जोर से और बरसे थे बदल टूट के 
याद है वो दिन जब तुम हमसे मिले थे 
ढलते हुए दिन की भीगी सी शाम थी 
जब धूप छू रही थी तुझे और बूंदे परेशान थी
याद है वो दिन जब...

©Nilesh Thomare yaad hai wo din