कौन कहता मर्द को दर्द नहीं होता और कौन कहता है मर्द नहीं रोता देकर तो देखे उसको कोई मज़बूत कँधा फिर देखना उसका फफक फफक कर रोना! दिल दरिया, आँखें समंदर न बन जाए तो कहना पुरुषत्व को कम नहीं करता पुरूष का भावुक होना! #पुरुषदिवस की हार्दिक बधाई। पुरुष प्रकृति में संतुलन का पर्याय है। #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi