जिसका जवाब न मिले वो सवाल है जिंदगी किसीसे क्या कहूँ कि कितनी बेहाल है जिंदगी कहीं छैनी की तरह कुरेद कर जख्म देती है कहीं तलवार के लिए बन जाती ढाल है जिंदगी न सही कह सके हम न गलत ठहरा सके इसे हम समझ न सके जिसे वही चाल है जिंदगी कभी मायूस होकर के हमें डुबो देती कहीं भी कभी कभी तो लगती हमें बेमिसाल है जिंदगी लोग पूछते ही रहते हैं हम भी अक्सर कहते हैं हा! अच्छी बुरी जो भी बस कमाल है जिंदगी भरी महपिफल में किसी कोने में छुपती सी किसीकी हल्की आहट जो उठे वो ख्याल है जिंदगी Zindagi #zindagi #nojoto #poetry