देव-भूमि देवों की की नगरी एक पवित्र भूमि यहाँ के संस्कार संस्कृति बेहद पवित्र और मीठी मधुर सी है रोज सुबह प्रत्येक घर में शंखनाद घंटीयों की मधुर आवाज़ हर घर में देवत्व की पवित्रता का अद्भूत एहसास ....माथे पर एक खुबसूरत तिलक जिसे देव-भूमि की भाषा में पिठीयाँ कहते हैं जब ये माथे पर सजते हैं तो अद्भूत सा सौंदर्य उभर आता यहाँ प्रकृति सजीव है बातें करती है मुस्कुराती है, बशर्ते.....आप इनसे आत्मिक हो जायें फिर ये आपकी अपनी है हर हाल में ये आपको अपने निर्मल प्रेम से भरती रहेंगी देव-भूमि(उत्तराखंड) सदैव सभी का स्वागत करती है---✍🏻🙏 #यात्रा देव-भूमि