अजीब हैै प्रेम में होना भी, किसी के प्रेम में डूबना और डूबते जाना आनन्द मग्न होना उस गहराई में जहाँ से उबरने का जरिया नहीं कोई रोते हए हँसना और हॅंसते हुए जी भर रोना रोना भी ऐसा कि तृप्त होता है हृदय असीम संतोष में गर्व से भर जाता है हृदय किसी के लिए सर्वस्व न्योछावर कर दुनिया में रहते हुए भी अनजान होना,बेख़बर रहना अपने आसपास और ख़ुद से भी अजीब है सब प्रेम में होना भी और स्वयं के होने के एहसास को भूल जाना भी..! 🌹 Copyright protected ©️®️ Copyright protected ©️®️ #mनिर्झरा अजीब हैै प्रेम में होना भी किसी के प्रेम में डूबना और डूबते जाना आनन्द मग्न होना उस गहराई में जहाँ से उबरने का जरिया नहीं कोई