चलो मिलकर नई भोर का स्वागत करें धर्म को साथ लेकर चलने का प्रण ले जैसा खुद के लिए चाहते हैं वही दूसरों के साथ व्यवहार करने की प्रतिज्ञा लें ईल्म तो इस बात का पहले से था पर कभी जीवन में ना लाएं न जाने कितने सूरज ऐसे ही निकल गए आज के चांद को आने से पहले चलो इसे व्यवहार मे लाएं ----श्रुति ©Shruti Mor #a improvement in ourselves ।