मुझे कोई ज्ञान नही,ईश्वर का कोई वरदान नही पर फिर भी कलम चलाती हूं,सच्चाई लिख के जाती हूं वो कौन है जो इसको पाप् कहे,मेरे शब्दों को आप कहे हाँ मिले कोई तुमको अपना सा,जो लगे तुम्हे सपना सा यो आकर मुझे बताना तुम,थोड़ा धीरज दिखलाना तुम मैं भक्त इसकी हो जाऊँगी,गर ऐसा किसी को पाऊँगी। #मेरिकविता #aakankshatiwari