किसी का चले जाना प्रेम ना होने और किसी का ठहर जाना प्रेम होने को तय नहीं कर सकता है!! चले जाना, ठहर जाना इच्छाएं हैं, परिस्थितियां हैं प्रेम इनसे कहीं ऊपर है !! ©sweta singh9 love #diary