कर्ज नही ये फर्ज था मेरा, चुकाना नही निभाना था । जन्म हुआ इंसान का, जो जीते जाना था । बढ़ती रही हर घड़ी, चलता रहा धड़कनों का कारवाँ, मौत भी क्या आती, जब अनजाना शिखर था उसका फैसला..!! @ek anjan lekhak कर्ज नही फर्ज,,,, #importance_of_relationship #ek_anjan_lekhak