आज़माईस बहुत की दिल ने नज़रों के भरोसे पर, कमबख्त मेरी बुत ही ऐसी थी जो उन्हें भा ना सका । लोग कहते हैं कभी ऐतवार ना करना इन नज़रों पर, कमबख्त दिल की ज़िद्दी थी जो उन्हें कभी भूला ना सका । #जिद्दी_दिल