तू मेरा अलार्म थी मेरी जाम थी ,मेरी जान थी, तुझको पसंद थी ,ओ हर अदा ओ मेरी लिये खास थी , ओ माना तुभी मे भि सनकी मेरी स्कूटर मेरी बुलेट मेरा वजन तेरा वजन एक जान थी, अब जाती कहा मेरा नशा बनके मेरी मनाली मनाली मनाली मन लई मन लई भारी गायुयात कव्वाली ये बनून आज एक नंबर भारी #रॅप