में अब बस चलने लगा हूं। राह नई है सफर वही है। कुछ चीज़े पीछे छूट गई है। कुछ वादे मूकर गए है। आदतें बुरी थी कुछ , कुछ थी दर्दनाख। सब पीछे छोड़ बस में अब बस चलने लगा हु।। ©Kabiraa #WalkInShadow