मेरी अदाओं पे लाखों ह फिदा कुछ हरकतें उनकी बेलगाम होंगी मेरे नूर की खिदमत में महफिलें सरे आम होंगी क्यूंकि वो महफ़िल रंगीन हमारे नाम होंगी किसी के लफ्ज़ दिल को घायल करेंगे किसी की शायरी से कतलेआम होंगे जीत हमारे हुस्न की होंगी क्यूंकि वो महफ़िल रंगीन हमारे नाम होगी कोई तारीफ़ हमारी जुल्फों की भी करेगा क्यूंकि हमारी हर बात लाज़वाब भी होगी B+3+0