है इश्क़ वो बला,जीने की ख्वाहिशें मर जायें, उसका इंतजार करने से अच्छा है हम घर जायें हम मोहब्बत में अंधे हो चुके आशिक़ हैं यार उसे छोडें तो कैसे छोडें और हम किधर जायें इख़्तियार दिल पे रह गया बस इतना सा मेरा कि अब छोंड़ दें मोहब्बत,और हम मुकर जायें! है कोई फरिश्ता जो उसको फिर से मेरा कर दे कोई दिखा तो करिश्मा, शायद हम ठहर जायें! कविराज अनुराग #WritingForYou #दरदेदिल #आशिकी❤ #मोहब्बत #तनहाई #रुसवाई #इंतेहाई