प्रिय डायरी (कृपया कैप्शन में पढ़े) तुमने कविताएं लिखीं कहानियां लिखीं उपन्यास लिखे और जानें क्या-क्या लिखें लेकिन तुम सीधे किसी में नहीं उतरे तुम्हारे अपने दर्द और उसमें समाए आसपास के सुख-दुख अनेक काल्पनिक स्रोतों में बहते रहे