तेरे जाने के बाद भी तेरी याद आती है, कैसे बताऊं तुझे कि तुम मुझे कितना सताती है। चाह कर भी तेरी यादों को मिटा ना सका पर तुझे कहां मेरी ये बात समझ में आती है। यूं हजारों मिल जाए मुझे, मगर उन हजारों में मुझे तुम कहां नजर आती है। चाह कर भी तुझसे मिल नहीं सकता ये बात तुम्हें क्यों नहीं समझ में आती है। यूं हमारी हर तन्हाइयों में , बस तेरी ही नाम मेरी जुबान पे आती है क्या तुझे भी इतनी सी याद मेरी आती है । चाह कर भी तुझे भूल ना सका ये बात तुझे क्यों नहीं समझ में आती है।। ©Abhibha #poetry #love #poem #lovepoetry #feeling #kavita