उसकी बातों से नहीं गूँजती है आज तरन्नुम न कोई धुन सुहाती, टूटता हर साज़ लग रहा है। रूठने मनाने की ख़ूबसूरती का जायका जुदा है, यह तरक़ीब ही इस दोस्ती का राज़ लग रहा है। सुनो, दी है दामन जब भी में खुशियों की दस्तक मेरे सर पर दोस्ती की नेमत का ताज लग रहा है। एक तुम्हारे वास्ते सजदे में रख दूँ जाँ भी अनाम, फिर ना कहना ये महज एक अंदाज़ लग रहा है। Lo krwa li bejjatti 🙊 Open for collab... आज मौसम कुछ शायराना हो जाए #collabchallenge