सबसे सुंदर शब्द, सबसे करुण अनुभूति, सबसे गरिमामय होनी, आदि या अंत, या कि यात्रा अनंत, 'गुजर जाना' है! ये सारे गर्ज़ फोड़ लेती है, ये सारे ऋण तोड़ देती है, ये सारे मर्ज मोड़ देती है, ये सारे हर्ज छोड़ देती है, अखंड मौन ओढ़ लेती है। एक दौर, एक इंसान, एक बात, एक मुकाम, गुजरता हुआ कहता है, जीते जी या गुजरकर भी कोई थिर नहीं रहता है! अंत