सरकारी कर्मचारी बनने के लिए इस राह से गुजरना पड़ता है.. जब कोई साथ न दे तो खुद ही श्री कृष्ण और अर्जुन बनना पड़ता है... जब अपने ही नाकामियों को गिनाने लगे तो खुद ही भीष्मपितामह की तरह तानों की शैय्या पर सोना पड़ता है... ©Rishi Ranjan hindi poetry poetry on love poetry in english poetry quotes metaphysical poetry