सच्चे दिल की रानी है झूठों के सर का ताज नहीं कुछ भी लिख दे ये हो नहीं सकता ये कला है कोई अख़बार नहीं हम कलमकार है साहेब हमारी कलम किसी की मोहताज नहीं सच्चे दिल की रानी है झूठों के सर का ताज नहीं कुछ भी लिख दे ये हो नहीं सकता ये कला है कोई अख़बार नहीं हम कलमकार है साहेब हमारी कलम किसी की मोहताज नहीं