Nojoto: Largest Storytelling Platform

तुम्हारा दूर तक जाना पहुँचे बग़ैर ही लौट आना चलो क

तुम्हारा दूर तक जाना
पहुँचे बग़ैर ही लौट आना
चलो कोई बात नहीं
                        आँखों के किनारों तक
                        भरी आँखों से बह जाना
                        चलो कोई बात नहीं

सालों से जी रहे ख्वाब में
हकीक़त से मुकर जाना
चलो कोई बात नहीं
                        नाउम्मीदी से भर जाना
                        फ़िर उम्मीद की लौ जलाना
                        चलो कोई बात नहीं

मेरा सावन सा नम होना
तुम्हारा जेठ सा तप जाना
चलो कोई बात नहीं
                       मेरा हो के भी मेरा कहा जाना
                       तेरा यूँ 'कश्मीर' हो जाना
                       चलो कोई बात नहीं।     
                                               ✍ प्रदीप
                                           17 अगस्त 2019 चलो कोई बात नहीं
तुम्हारा दूर तक जाना
पहुँचे बग़ैर ही लौट आना
चलो कोई बात नहीं
                        आँखों के किनारों तक
                        भरी आँखों से बह जाना
                        चलो कोई बात नहीं

सालों से जी रहे ख्वाब में
हकीक़त से मुकर जाना
चलो कोई बात नहीं
                        नाउम्मीदी से भर जाना
                        फ़िर उम्मीद की लौ जलाना
                        चलो कोई बात नहीं

मेरा सावन सा नम होना
तुम्हारा जेठ सा तप जाना
चलो कोई बात नहीं
                       मेरा हो के भी मेरा कहा जाना
                       तेरा यूँ 'कश्मीर' हो जाना
                       चलो कोई बात नहीं।     
                                               ✍ प्रदीप
                                           17 अगस्त 2019 चलो कोई बात नहीं