उसने इतनी नजाकत से मेरे होठों को चूमा, रोज़ा भी न टूटा और "इफ्तारी" भी हो गयी उसने इतनी नजाकत से मेरे होठों को चूमा, रोज़ा भी न टूटा और "इफ्तारी" भी हो गयी