श्री कृष्णा वचन दुख क्या है...? जिसे तुम अपना समझ कर प्रसन्न हो रहे हो बस यही प्रसन्नता तुम्हारे दुखो का कारण है नश्वर हु मैं जानता ।। सतचित हु आनंद ।। तुझमें ही खोया रहू ।। होउ परमानंद ।।