हवाओं में बह कर साँसे मेरी और तुमाहरी इस आसमां के तले कहीं तो मिलती होंगी और यूं मिट जाते होंगे उस पल मेरे और तुमहारे बीच के फासले सारे। Hindi version of under the starry sheath of universe Musings - 19/5/18