कैसे लिखूं तुम्हें कि,घोषित खेल हो तुम असुरक्षित मेल हो तुम भावना पर बेलगाम भला कोई बैठता है भूखे हो तुम भूखे हैं हम कैसे लिखूं विशुद्ध हो तुम बस, तुम्हें छिपना नहीं चाहिए! सहज हमेशा असहज होता है..... #प्रेमकविता #प्रेम #सहज #मै_कविता #yqdidi #yqbaba #yqhindi #YourQuoteAndMine Collaborating with Kavita Singh