लेकर खुशियों का पैग़ाम, नया साल आ गया बिखरे उल्लास हैं तमाम, नया साल आ गया मोहब्बत के नग़में सुनाने चलें, सभी को गले से लगाने चलें औरों का भी करें एहतराम नया साल आ गया इंसान का इंसान से भाईचारा बने अमन की बगिया मुल्क़ हमारा बने बहता रहे इश्के-दरिया सरेआम,नया साल आ गया लेकर खुशियों का पैग़ाम नया साल आ गया #नया साल आ गया