वो अगर आकर मिल जाए तो ऐसा हो जाए, जैसे सदियों का सूखा पेड़ हरा हो जाए. ये नहीं की फकत मेरी हीं एक इलाज़ है वो वो ज़िधर भी जाए हरा-भरा हो जाए.