नयनों से झर-झर नीर बहे, देख पीड़ा सब की ह्रदय महसूस करें, प्रेम प्यार करुणा सब की भरा हुआ है जो भावों से हंसी खुशी आँसू और गम रहते जिसमें सत्य की प्रतिमूर्ति बन, इंसानियत की बहती रसधार जिसमें मासूम ह्रदय, किंचित मात्र द्वेष नहीं जिसमें, ह्रदय सौंदर्य निखर जाता वह हृदय नहीं अनमोल रतन जो सबके होठों पर मुस्कान है ले आता The Writer Junction आप कवियों कवयित्रियों का इस प्रतियोगिता में स्वागत करता है। 6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। #yqdidi #yqbaba #yqyourquoteandmine #thewriterjunction #हृदयसौन्दर्यtwj 👉 आपकी रचना मौलिक होनी चाहिये। 👉 समय सीमा - 13 जून 2020 शाम 16:30 तक 👉 कृपया हमारे Hashtags बरकरार रखें। 👉 कृपया Collab करने के पश्चात Comment में Done करें।