Nojoto: Largest Storytelling Platform

मंजिल की परवाह बिना अकेले चल दिए ना रास्ता मालूम न

मंजिल की परवाह बिना अकेले चल दिए
ना रास्ता मालूम
ना कोई ठिकाना 
इस कदर हम बेपरवाह हुए
कि दिल के ज़ज्बात थोड़े से है मनचले
कि हम इसके साथ मस्ताने हुए
बेपरवाह हुआ अकेले चल दिए
कि थोड़े से हम दीवाने हुए

©writer....Nishu...
  # बेपरवाह

# बेपरवाह #Shayari

90 Views