घर तन्हाई से भर गया है... यादो के पिटारे से निकल एक गुलाब जमी पर गिर गया धूल में लिपटा, मुरझाया होकर भी बीते लम्हो को फिर से ताजा कर गया वक्त का खंजर जिन यादो का कत्ल कर चुका है मानो उन्हे फिर से जिन्दा कर गया जिसकी याद में दिल आज फिर रो गया है घर तन्हाई से भर गया है... उनका सारा साजो सामान यादो के पिटारे में बंद कर दिल के कमरे के एक कोने में रख दिया है जिसकी कैद से आजाद हो दिल जिन्दगी के खुशनुमा पल और सपने बुनने लगा है माँ के डाँटने पर काफी वक्त बाद सफाई का फिर मूड बनाया है दबे मन से ही सही पर झाडू लगाया है अचानक झाडू यादो के पिटारे पर चल गया वक्त की धूल में लिपटा पिटारा साफ होकर फर्श पर गिरके खुल गया है उन साजो सामानो को देख दिल फिर कही खो गया है फिर आज घर तन्हाई से भर गया है... DAMKESH "Soul Of Love" #घर तन्हाई से भर गया है...