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।। ओ३म् ।। यो रे॒वान् योऽअ॑मीव॒हा व॑सु॒वित् पु॑ष्

।। ओ३म् ।।

यो रे॒वान् योऽअ॑मीव॒हा व॑सु॒वित् पु॑ष्टि॒वर्द्ध॑नः।
 स नः॑ सिषक्तु॒ यस्तु॒रः ॥

पद पाठ
यः। रे॒वान्। यः। अ॒मी॒व॒हेत्य॑मीऽव॒हा। व॒सु॒विदिति॑ वसु॒ऽवित्। पु॒ष्टि॒वर्द्ध॑न॒ इति॑ पुष्टि॒ऽवर्द्ध॑नः। सः। नः॒। सि॒ष॒क्त्विति सिषक्तुः। यः। तु॒रः ॥


(यः) जो वेदशास्त्र का पालन करने (रेवान्) विद्या आदि अनन्त धनवान् (अमीवहा) अविद्या आदि रोगों को दूर करने वा कराने (वसुवित्) सब वस्तुओं को यथावत् जानने (पुष्टिवर्द्धनः) पुष्टि अर्थात् शरीर वा आत्मा के बल को बढ़ाने और (तुरः) अच्छे कामों में जल्दी प्रवेश करने वा करानेवाला जगदीश्वर है (सः) वह (नः) हम लोगों को उत्तम-उत्तम कर्म वा गुणों के साथ (सिषक्तु) संयुक्त करे ॥

(Yah) Those who follow Vedasastra (Revanism), etc. Eternal wealth (Amivah), Avidya etc. To get rid of diseases and get (Vasuvit) to know all things accurately (Confirmation): Confirmation means to increase the strength of body or soul and  Jagadishwar is the one who enters early in good deeds (s) He (nah) combines us with good works and virtues (sishktu)

( यजुर्वेद .३.२९ ) #वेद #मंत्र
।। ओ३म् ।।

यो रे॒वान् योऽअ॑मीव॒हा व॑सु॒वित् पु॑ष्टि॒वर्द्ध॑नः।
 स नः॑ सिषक्तु॒ यस्तु॒रः ॥

पद पाठ
यः। रे॒वान्। यः। अ॒मी॒व॒हेत्य॑मीऽव॒हा। व॒सु॒विदिति॑ वसु॒ऽवित्। पु॒ष्टि॒वर्द्ध॑न॒ इति॑ पुष्टि॒ऽवर्द्ध॑नः। सः। नः॒। सि॒ष॒क्त्विति सिषक्तुः। यः। तु॒रः ॥


(यः) जो वेदशास्त्र का पालन करने (रेवान्) विद्या आदि अनन्त धनवान् (अमीवहा) अविद्या आदि रोगों को दूर करने वा कराने (वसुवित्) सब वस्तुओं को यथावत् जानने (पुष्टिवर्द्धनः) पुष्टि अर्थात् शरीर वा आत्मा के बल को बढ़ाने और (तुरः) अच्छे कामों में जल्दी प्रवेश करने वा करानेवाला जगदीश्वर है (सः) वह (नः) हम लोगों को उत्तम-उत्तम कर्म वा गुणों के साथ (सिषक्तु) संयुक्त करे ॥

(Yah) Those who follow Vedasastra (Revanism), etc. Eternal wealth (Amivah), Avidya etc. To get rid of diseases and get (Vasuvit) to know all things accurately (Confirmation): Confirmation means to increase the strength of body or soul and  Jagadishwar is the one who enters early in good deeds (s) He (nah) combines us with good works and virtues (sishktu)

( यजुर्वेद .३.२९ ) #वेद #मंत्र