हज़ार ख़्वाहिशों का बोझ लिए चलते हैं, हजारो आंसुओं का हिसाब लिए हम चलते है हजारो माओ के बच्चो की जान हथेली पे लिए चलते है हजारों लोगो की जान बचाने जे लिए हम हजारो को मारने चलते है #hajaro WRITER BY RAJAL THAKKAR 😎 😍😘💕 ❤️