बनावट एक-सी, बस ज़रा-सा फर्क़ है, समजो तो जिंदगी, न समजो तो दर्द है । कोना एक दिलका कहे, सुनो ए राहबर, Nidhi रख हौसला कर फ़तेह, ख़ुद ही उतारो जो कर्ज़ है । #बनावट #nanhikalam