Nojoto: Largest Storytelling Platform

जब से छोडी उम्मीद तेरी,मस्त रहते है, अब तो पूरे स

जब से छोडी उम्मीद तेरी,मस्त रहते है,

अब तो पूरे सालभर पंधरा अगस्त रहते है !! पंधरा अगस्त..
बाबासाहेब खरे
जब से छोडी उम्मीद तेरी,मस्त रहते है,

अब तो पूरे सालभर पंधरा अगस्त रहते है !! पंधरा अगस्त..
बाबासाहेब खरे