*📚 *“सुविचार"*🖋️ 📘 *“14/11/2021”*📝 📓 *“रविवार”*🌟 हमारे “जीवन” में एक अत्यंत महत्वपूर्ण “आस” “वास” करती है। “विश्वास की रुह” “विश्वास” ये कि जो हम “ईश्वर” पर करते है, “भाग्य” या “प्रारभ्य” पर करते है,“नियति” पर करते है, जब भी कुछ “अच्छा” होता है तो कहते है कि “ईश्वर की ही दया” है जब कुछ बुरा होता है तब हम कहते है कि “ईश्वर की ही माया” है, कभी “ईश्वर”,कभी “भाग्य”,कभी “प्रारभ्य”,कभी “नियति” आप स्वयं कहा है कभी आपने सोचा आप “विश्वास” “ईश्वर” पर करते है “प्रारभ्य” पर करते है, कभी “स्वयं” पर किया है यदि आप “ईश्वर पर विश्वास” करते है केवल “ईश्वर पर विश्वास” करते है तो आपको वहीं मिलेगा जो आपके “भाग्य” में लिखा होगा, किन्तु यदि आप “स्वयं पर विश्वास” करते है, “आत्मविश्वास” रखना सीख जाते है तो “ईश्वर” और “नियति” दोनों मिलकर आपके “भाग्य” में वहीं लिखेंगे जो आप चाहते है, स्मरण रखिएगा “चाह की राह” है ये “विश्वास” “स्वयं पर आत्मविश्वास” रखिए “आत्म प्रसन्नता” अवश्य मिलेगी... *“अतुल शर्मा”🖋️📝* ©Atul Sharma *📚 *“सुविचार"*🖋️ 📘*“14/11/2021”*📝 📓*“रविवार”*🌟 *#“जीवन”* *#“आस”*